श्री सनातन धर्म वैदिक संस्कृति

Categories: Sanatan
Wishlist Share
Share Course
Page Link
Share On Social Media

About Course

 ॐ सनातन धर्म का प्रतीक चिह्न ही नहीं बल्कि सनातन परम्परा का सबसे पवित्र शब्द है सनातन धर्म: (वैदिक धर्म) जो वैदिक धर्म के वैकल्पिक नाम से जाना जाता है।वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप के धर्म के लिये ‘सनातन धर्म’ नाम मिलता है। ‘सनातन’ का अर्थ है – शाश्वत या ‘हमेशा बना रहने वाला’, अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म मूलत: भारतीय धर्म है, जो किसी ज़माने में पूरे वृहत्तर भारत (भारतीय उपमहाद्वीप) तक व्याप्त रहा है। विभिन्न कारणों से हुए भारी धर्मान्तरण के बाद भी विश्व के इस क्षेत्र की बहुसंख्यक आबादी इसी धर्म में आस्था रखती है। सिन्धु नदी के पार के वासियो को ईरानवासी हिन्दू कहते, जो ‘स’ का उच्चारण ‘ह’ करते थे। उनकी देखा-देखी अरब हमलावर भी तत्कालीन भारतवासियों को हिन्दू और उनके धर्म को हिन्दू धर्म कहने लगे। भारत के अपने साहित्य में हिन्दू शब्द कोई १००० वर्ष पूर्व ही मिलता है, उसके पहले नहीं। हिन्दुत्व सनातन धर्म के रूप में सभी धर्मों का मूलाधार है क्योंकि सभी धर्म-सिद्धान्तों के सार्वभौम आध्यात्मिक सत्य के विभिन्न पहलुओं का इसमें पहले से ही समावेश कर लिया गया था।

Show More

Course Content

वैदिक संस्कृति

  • विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र
  • दो से सनातन
  • तीन से सनातन
  • चार से सनातन
  • पाँच से सनातन
  • छः से सनातन
  • सात से सनातन
  • आठ से सनातन
  • नव से सनातन
  • दस से सनातन

शास्त्र के अनुसार जानकारी

भगवान शिव के “35” रहस्य

Student Ratings & Reviews

No Review Yet
No Review Yet
error: Content is protected !!